

*#साइबर_ठगी_की_शिकार_हुई_युवती_के_50_हजार_रूपये_साइबर_सैल_रुद्रप्रयाग_द्वारा_कराये_गये_वापस*वर्तमान समय में साइबर अपराध हर जगह अपने पैर जमा चुका है तथा साइबर ठग लोगों को न जाने अपनी कितनी ही ट्रिक से झांसे में लेकर ठगी कर दे रहे हैं। कई बार लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं, परन्तु यदि उनके द्वारा खुद की गयी गलती पर त्वरित पश्चाताप करते हुए समय से पुलिस की शरण में चले जाने पर उनके साथ हुई ठगी की रकम भी वापस आ जाती है। ऐसा बहुत ही कम होता है कि, आप ठगी के शिकार हुए हों और आपके सारे पैसे वापस आ जायें। ऐसा ही वाकया जनपद रुद्रप्रयाग निवासी एक युवती के साथ हुआ है। जनपद रुद्रप्रयाग निवासी सुमन नाम की युवती जो कि, अपनी पढ़ाई के सिलसिले में वर्तमान में जनपद पौड़ी में रहती हैं, को दिनांक 30 जुलाई 2021 की सांयकाल एक नये नम्बर से फोन आया कि, वह उसका जीजा बोल रहा है तथा उसके खाते में कुछ पैसे भेज रहा है, इसने इस पूरे कॉन्फिडेन्स से बात की और इस हिसाब से बात की गयी कि, इनको किसी भी हिसाब से ऐसा नहीं लगा कि, ये इनके जीजा जी नहीं हैं। उसने बातों बातों में इनसे ओटीपी लिये गये तथा कुछ देर में इनके खाते से क्रमशः 20 हजार, 20 हजार व 10 हजार यानि कुल 50 हजार रूपये निकाल लिये। इनकी बात तो पैसे डालने की हुई थी, परन्तु यहां तो खाते से ही पैसे निकल गये। इनके द्वारा हैरान परेशान होकर साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत की गयी, जनपद रुद्रप्रयाग से सम्बन्धित होने के कारण शिकायत जनपद रुद्रप्रयाग साइबर सैल को प्राप्त हुई। साइबर सैल में नियुक्त आरक्षी राकेश रावत द्वारा दिनांक 31 जुलाई 2021 को इस सम्बन्ध में इस युवती से वार्ता की गयी तथा सम्बन्धित एप यानि फोन पे के गेटवे से आनलाइन पत्राचार किया, क्योंकि पैसे फोन पे के वॉलेट में ट्रान्सफर हुए थे। बस यहां इन युवती की किस्मत सही थी कि, ये पैसे फोन पे वॉलेट से कहीं किसी और खाते में ट्रांसफर नहीं हुए थे। इस सम्बन्ध में इनके खाते से सम्बन्धित बैंक से भी ऑनलाइन पत्राचार किया गया। की गयी शिकायत व जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस साइबर सैल की त्वरित कार्यवाही से फोन पे वॉलेट में गये रुपये 50 हजार की धनराशि युवती के खाते में वापस आ गयी है। युवती से इतने अधिक धनराशि उनके खाते में होने के बाबत जानकारी ली गयी तो उनके द्वारा बताया गया कि, उनके पिता द्वारा दिन-रात मेहनत करके ये धनराशि उनकी कॉलेज की फीस हेतु खाते में डाली गयी थी, जिसे कि, ठग ने ठग लिया गया था। हालांकि उसके द्वारा यह भी स्वीकार किया गया कि, ठग द्वारा उनकी जिस दीदी व जीजा का सहारा लिया गया था, उनके दूर के रिश्ते में एक दीदी हैं, जिनकी आगामी समय में शादी होनी है। उस साइबर ठग द्वारा इनके बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर उसे ठग ही लिया गया था। जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस की सक्रियता से उनके पैसे खाते में वापस आ गये हैं। आज के दौर में साइबर ठग काफी एडवांस हो चुके हैं, वे आपको ठगने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं, कुछ मामलों में वे आपके माध्यम से ही आपकी जानकारी प्राप्त कर लेते हैं और मौका पाने पर आपको ठग सकते हैं। साइबर अपराधों से बचाव का तरीका यही है कि, आप सतर्क रहे, जागरूक रहें और किसी के भी प्रलोभन या झांसे में बिल्कुल भी न आयें।*सोशल मीडिया सैल, पुलिस कार्यालय रुद्रप्रयाग*