बीते दिनों आपदा प्रभावित महिला को फटकार लगाने ,होमगार्ड के जवान को 3 साल के लिए निलंबित करने के साथ साथ पत्रकारों का उत्पीड़न करने वाली चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया को शासन ने चमोली के जिलाधिकारी पद से हटाकर अपर सचिव नागरिक उड्डयन विभाग ,सहित निदेशक गढ़वाल मंडल विकास निगम के पद पर तैनाती दी है।बता दे कि बीते दिनों चमोली की डीएम स्वाति एस भदौरिया से गोपेश्वर के विकासनगर मोहल्ले के निचले हिस्से में हो रहे आपदा क्षेत्र के ट्रीटमेंट की गुहार लगाने आपदा प्रभावित महिला को डीएम ने अपने दफ्तर में बुरी तरह फटकार लगा दी थी,डीएम का आपदा प्रभावित महिला को फटकार लगाने का वीडियो सोसियल मीडिया पर जमकर वाईरल हुआ था,जिसके बाद गोपेश्वर नगर में आपदा प्रभावित, स्थानीय लोगो ,विद्यार्थी परिषद सहित कई संगठनों ने डीएम के द्वारा आपदा प्रभावित महिला के साथ किये गए व्यव्हार की कड़ी आपत्ति जताते हुए डीएम के खिलाफ प्रदर्शन कर डीएम का पुतला भी जलाया था।डीएम का पुतला जलाए जाने की खबर समाचारपत्रों से लेकर कई न्यूज चैनलों में प्रकाशित हुई थी।जिसको लेकर डीएम चमोली के पत्रकारों से भी नाराज चल रही थी।इसी बीच डीएम के द्वारा डीएम आवास के पास शहीद पार्क गोपेश्वर में तैनात होमगार्ड को 3 साल के लिए इसलिए निलंबित कर दिया कि होमगार्ड ने चपरासी के साथ पार्क में घूमने आये डीएम के बच्चे को बगैर मास्क के साथ पार्क के अंदर नही जाने दिया,पीड़ित होमगार्ड को न्याय दिलाने के लिए पत्रकारों ने इस समाचार को भी समाचार पत्रों में प्रकाशित कर यह मामला भी सरकार तक पहुंचाने का कार्य किया।जिससे बौखलाकर डीएम ने खबर प्रकाशित करने वाले पत्रकारों से बदला लेने की ठान ली,डीएम के द्वारा पत्रकारों के परिजनों का उत्पीड़न करने के साथ साथ उनके कक्षो को भी सील किया गया।साथ ही डीएम के द्वारा योजनाबद्ध तरीके से पत्रकारों को झूठे मामलों में फ़साने की डीएम की तैयारी थी।डीएम के द्वारा पत्रकारों का उत्पीड़न किये जाने का मामला स्टेट प्रेस क्लब के अध्य्क्ष विश्वजीत नेगी ने पत्रकारों के शिष्टमंडल के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी मुलाकात की थी,जिस पर मुख्यमंत्री ने मामले का संज्ञान लेते हुए चमोली की डीएम को हटा दिया गया है।उनके स्थान पर आइएएस हिमांशु खुराना को चमोली डीएम के पद पर तैनाती दी गई है।