बिग ब्रेकिंग- रायपुर विधानसभा क्षेत्र में पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र के खेमे के लोग , भाग रहे कॉंग्रेस पार्टी की ओर।

by | Aug 25, 2021 | चमोली | 0 comments

उत्तराखण्ड। देहरादून जिले की रायपुर विधानसभा क्षेत्र से एक खास खबर आपको बता दें कि जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे क़ई समीकरण भी यहाँ बदल रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रायपुर विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र का लगातार हस्तक्षेप रहा है ।

वर्ष 2012 में यहाँ से चुनाव हारने की टीस त्रिवेन्द्र कभी नही भुला पाए।उसके बाद 2017 के चुनाव में इस सीट से त्रिवेन्द्र रावत के करीबी माने जाने वाले महेन्द्र सिंह नेगी गुरुजी को यहाँ से उमेश शर्मा काऊ के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़वाया गया लेकिन वो अपनी जमानत तक नही बचा पाए। भाजपा के विरुद्ध तत्कालीन चुनाव लड़ने वाले महेन्द्र नेगी गुरुजी को त्रिवेन्द्र रावत मुख्यमंत्री बनते ही भाजपा में वापस ले आये। जब त्रिवेन्द्र रावत मुख्यमंत्री बने तो भाजपा में वापसी कर चुके महेंद्र नेगी अपने ही पार्टी के सर्वाधिक वोटो से जीते हुए विधायक काऊ का खुलकर अनावश्यक रूप से विरोध करते रहते थे।

माना जाता है कि त्रिवेन्द्र रावत की शह पर महेन्द्र नेगी काऊ के खिलाफ इस विरोध की राजनीति के षड्यंत्रों में लगे रहते थे। अब एक खास खबर इसी से जुड़ी हुई आपको बता दे कि सूत्रों के हवाले से खबर है कि आगामी 28 अगस्त को त्रिवेन्द्र रावत के करीबी महेन्द्र नेगी गुरुजी कोंग्रेस का दामन थामने वाले हैं। इधर त्रिवेन्द्र रावत को आलाकमान द्वारा मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने के बाद से रायपुर विधानसभा क्षेत्र में न सिर्फ विकासकार्यो में तेजी आयी है बल्कि त्रिवेन्द्र खेमा भी अन्य पार्टियों में भाग रहे हैं क्योंकि बताया जाता है कि जब तक त्रिवेन्द्र सीएम रहे उन्होंने अपनी 2012 की हार की टीस मिटाने के लिए इस क्षेत्र के विकासकार्यो में रोड़े अटकाने का ही काम किया।

त्रिवेन्द्र रावत की ऐसी ही दुर्भावना औऱ षडयंत्रो की राजनीति की वजह से आम जनता से वो दूर होते चले गए औऱ अंत मे उनकी कुर्सी ही चली गयी। इधर काऊ समर्थकों का कहना है कि काऊ साफ सुथरी औऱ कामकाज की राजनीति में विश्वास रखने वाले नेता हैं। महेंद्र नेगी अथवा किसी के भी भाजपा छोड़ने से पार्टी को कोई फर्क नही पड़ता क्योंकि जनता का आश्रीवाद सदैव भाजपा के साथ है। उनका कहना है कि विधायक काऊ का काम बोलता है इसी वजह से शीर्ष नेतृत्व भी लगातार उनके कामो की सराहना करता रहता है।