

उत्तराखण्ड । एक बड़ी खबर आपको बता दें कि मंत्री धनसिंह रावत के उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले उत्तराखंड मुक्त विवि में अंदरखाने नियुक्तियों के बारे में एक बड़ा खुलासा हुआ है। आपको बता दें यहाँ बिना पद और आदेश के 56 लोगों की नियुक्ति भी हो गयी है । औऱ तो और इसमे एक सलाहकार के पुत्र औऱ मंत्री धनसिंह रावत के स्टाप के कुछ लोगों औऱ उनके रिश्तेदारों की नियुक्ति भी हो गयी है। जी हाँ । आपको बता दे कि ऑडिट में इस बात का खुलासा खुलासा होने पर वित्त सचिवअमित नेगी ने उच्च शिक्षा सचिव को आवश्यक कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है पर एक साल बाद भी कार्रवाई नहीं हुई।जबकि शासनादेश में स्पष्ट है कि यदि पद स्वीकृत हैं तो उन पर भी नियुक्तियां शासन के आदेश के बिना नहीं होंगी। यह नियमसंविदा, दैनिक कार्य प्रभारित नियत वेतन, अंशकालिक व तदर्थ नियुक्तियों पर लागू होगा स्वीकृत पदों के अलावा की गयी नियुक्तियां शून्य मानी जाएंगी। यदि ऐसी नियुक्तियां हुई हो तो पारिश्रमिक का भुगतान संबंधित अधिकारी केबवेतन, पेंशन से होगा। इसके अलावासंबंधित पर कार्रवाई भी की जाएगी। इन नियुक्तियों में हर माह 44 लाख रुपये खर्चा आ रहा है। मीडिया में छपी रिपोर्ट के आधार पर मंत्री धनसिंह रावत का कहना है कि ऑडिट में तो बहुत सारी चीजें सामने आती है पर इसको दिखवाया जाएगा वहीं हैरत वाली बात है कि कुलपति इस पर पल्ला झाड़ते हुए कहते हैं कि मामला मेरे संज्ञान में नही है।