उत्तराखण्ड। एक बड़ी खबर आपको बता दें कि इस वक्त साइबर ठगों का पूरे प्रदेश में जाल बिछा हुआ है लेकिन देहरादून वासी सबसे ज्यादा साइबर ठगों के शिकार बन रहे हैं। इनमें भी पढ़े लिखे लोग ज्यादा हैं जो साइबर ठगों के जाल में आसानी से फंस रहे हैं।
केस नम्बर-01देहरादून। मैट्रिमोनियल साइट पर शादी का रजिस्ट्रेशन करने के बाद पीड़ित की एक विदेशी महिला से दोस्ती हुई और महिला और ठगी ने झांसा देकर 66 हजार रुपये हड़प लिए। आरोप है कि विदेशी महिला ने शादी के लिए भारत आने का झांसा दिया। औऱ फिर एयरपोर्ट पर फंसने की बात कही और कंपनी के खाते पैसा जमा करवाया। शिकायत के बाद रायपुर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज शिकार कर लिया है। शिकायतकर्ता अनिल अपनी उनियाल निवासी अमन विहार, बता बेहद सहस्रधारा रोड का कहना है कि उन्होंने टेशन से मैट्रिमोनियल साइट शादी डाट काम पर रजिस्ट्रेशन कराया था। रिणु सेसर नाम नटीएफ की महिला से संपर्क हुआ। 22 जुलाई से बातचीत शुरू हुई। बताया कि बीती 8 अगस्त को महिला ने भारत आने की बात हजार रुपये कही विश्वास में लेने के लिए टिकट भी पीड़िता को भेजा।
केस नम्बर-02 केबीसी से 25 लाख की लॉटरी का दिया झांसा, ठग लिए 51 हजार ।।देहरादून। केबीसी से 25 लाख रुपये की लॉटरी लगने का झांसा देकर एक व्यक्ति से 51 हजार से ज्यादा की ठगी कर ली गई। मामले की शिकायत पर रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। रायपुर थाना पुलिस के मुताबिक नीरज क्षेत्री पुत्र भीम बहादुर निवासी रायपुर ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन शिकायत दी थी। इसी शिकायत के आधार पर आईटी एक्ट व धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया है कि बीती 12 अगस्त को उनके पास एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। जिसमें खुद को केबीसी से लॉटरी मैनेजर बता कर 25 लाख की लॉटरी लगाने का झांसा दिया।केस नम्बर
03-देहरादून। साइबर ठग ने खुद को सीआईएसएफअधिकारी बताकर जौलीग्रांट एयरपोर्ट सेनेटाइज करनेका झांसा देकर साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे है। तमाम हथकंडों के बीच साइबर ठगों ने सीआईएसएफ के नाम का इस्तेमाल भी शुरू कर दियाहै। ऐसे ही दो मामले सामनेआए। एक व्यक्ति ने सूझबूझसे काम लिया और अपने को साइबर ठगों का शिकार होने समझदारी दिखाने वाला मर्चेंट अकाउंट है से बचा लिया लेकिन, एक युवक रूपक कुमारअन्य कंपनी संचालक साइबर ठगों के चंगुल में फंस गया और 47 हजार गवा दिए।