उत्तराखंड। एक बड़ी खबर आपको बता दें कि पेपक लीक मामले में अब एसटीएफ की रडार पर रिटायर्ड पुलिस अधिकारी और शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी भी हैं। एसटीएफ की सर्जिकल स्ट्राइक लगातार जारी है।
एसटीएफ के अनुसार स्टोन क्रशर संचालक चंदन मनराल काफी समय से सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने का धंधा करता है।
अब ऐसे में जांच का दायरा बढ़ रहा है। बताया जा रहा है कि रिटायर्ड पुलिस अधिकारी सहित कई जांच के दायरे में हैं।
बताया जा रहा है कि रामनगर के नकलमाफ़िया चंदन मनराल ने शिक्षा मित्र पद पर भी कई लोगों की पैसे लेकर नौकरी लगवाई है। बताया जा रहा है कि चंदन मनराल ने कई लोगों को गलत तरीके से नौकरी दिलाई है। सूत्रों की माने तो रामनगर के एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी ने अपने भतीजे की पत्नी की नौकरी के लिए उसे 15 लाख रुपए दिये थे और नियुक्ति पत्र भी मिल चुका है। बताते हैं कि शिक्षा विभाग में कार्यरत कई अधिकारी व कर्मचारी चंदन मनराल के लिए काम करते थे।
एसटीएफ की कार्रवाई जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे इस प्रकरण में नए खुलासे हो रहे हैं। सूत्रों की मानें तो पेपर लीक मामले में रामनगर के कुछ और लोगों की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। चंदन मनराल की गिरफ्तारी के बाद इस गोरखधंधे से जुड़े लोग इधर उधर छुप भी गए हैं लेकिन एसटीएफ की सर्जिकल स्ट्राइक में ये लोग जल्दी पकड़ में आ सकते हैं।