उत्तराखण्ड। एक बड़ी खबर आपको बता दें कि एकतरफ हम ये मान के चल रहे हैं कि अब कोरोना नही होगा वहीं कुछ खबरे ऐसी हैं जो डराने वाली भी हैं।
आपको बता दें वीकेंड पर नैनीताल पहुंचे हजारों सैलानियों की भीड़ में शामिल पांच सैलानियों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद से स्वास्थ्य विभाग हरकत में है।
हालांकि अब तक स्वास्थ्य विभाग और पुलिस इन सैलानियों को खोज नहीं सकी है।बीते शुक्रवार को नैनीताल घूमने आए पांच लोगों ने दिल्ली में कोरोना जांच कराई थी। कोरोना जांच कराते समय उन्होंने जांच टीम को बताया था कि वह दो अक्तूबर को घूमने के लिए नैनीताल जा रहे हैं। सोमवार को इन पांचों लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद दिल्ली के स्वास्थ्य महकमे ने इन लोगों के फोन नंबर पर संपर्क किया, लेकिन किसी का भी फोन नहीं मिला।
दिल्ली प्रशासन ने इसकी सूचना नैनीताल में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी। पांच सैलानियों के कोरोना संक्रमित होने की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई।बीडी पांडे अस्पताल प्रशासन ने इसकी सूचना कोतवाली में दी। तब से स्वास्थ्य विभाग और कोतवाली पुलिस इन पांचों लोगों से संपर्क करने का प्रयास कर रही है, लेकिन देर शाम तक किसी से भी संपर्क नहीं हुआ था।बीडी पांडे अस्पताल के पीएमएस डॉ. केएस धामी ने बताया कि संबंधित लोगों से संपर्क करने का प्रयास जारी है।
कोतवाल प्रीतम सिंह ने बताया कि जांच में पता चला है कि संक्रमित एक व्यक्ति ने जांच संबंधी दस्तावेजों में खुद को काठगोदाम निवासी और शेष अन्य चार लोगों ने खुद को नैनीताल निवासी लिखवाया है। उन्होंने बताया कि पुलिस इन पांचों लोगों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।