
बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तहत कल 15 नवंबर को खड़क पुस्तक पूजा और वेद ऋचाओं का वाचन बंद होगा। 16 नवंबर को मां लक्ष्मी को कढ़ाई भोग चढ़ाया जाएगा। और 17 नवंबर रात नौ बजकर 07 मिनट पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
बदरीनाथ धाम के कपाट बन्द होने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। धार्मिक प्रक्रिया वैदिक पंच पूजा के आज दूसरे दिन आदि केदारेश्वर मंदिर और आदि गुरु शंकराचार्य मंदिर के कपाट भी विधि-विधान से बंद कर दिए गए हैं। कपाट बंद होने से पहले आदि केदारेश्वर भगवान को अन्नकूट भोग लगाया गया।