रायपुर विधायक काऊ ने किसको कहा खुरापाती गैंग एक ही पार्टी में रहे कर रहे गुटबाज़ी?

by | Aug 3, 2021 | चमोली | 0 comments

उत्तराखण्ड। एक बड़ी खबर आपको बता दें कि जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे पार्टीयों के भीतर ही कुछ लोग अपने निजी स्वार्थों की वजह से खुरापातो में जुट जाते हैं। ऐसा ही एक मामला देहरादून की रायपुर विधानसभा का भी है जहाँ भाजपा के ही कुछ लोग आजकल पार्टी विरुद्ध जाकर गुटबाजी में लगे हैं औऱ स्थानीय विधायक उमेश शर्मा काऊ से व्यक्तिगत खुन्नस निकाल रहे हैं। आपको बता दें कि आजकल रायपुर विधानसभा क्षेत्र में त्रिवेन्द्र गुट के लोग गोपनीय बैठके करके त्रिवेन्द्र रावत के लिए रायपुर विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं । जब से त्रिवेन्द्र रावत की कुर्सी गयी है तब से डोईवाला विधानसभा की बजाय उन्होंने नेहरू कॉलोनी में ही अपना कार्यालय खोलकर अपने खेमे के लोगो को रायपुर विधानसभा क्षेत्र में उमेश शर्मा काऊ के विरोध में लगा दिया है। रविवार को सीताराम भट्ट के नेतृत्व में हुई इस गोपनीय बैठक के बाद भाजपा के कार्यकर्ताओं , विधायक समर्थकों औऱ रायपुर की जागरूक जनता में खासा रोष है। दरअसल इस प्रकरण से सीधे सीधे पार्टी के ही खिलाफ साजिश रचने का प्रकरण सामने आ रहा है। विधायक उमेश शर्मा के समर्थकों का कहना है कि निजी स्वार्थों के लिए ये लोग लगातार पार्टी के ही खिलाफ षडयंत्र करते रहे हैं ।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सीताराम भट्ट का कुछ ही समय पहले एक ऑडियो चर्चाओं में आ गया था जिसमे भाजपा संगठन के लोगो को ही इनके द्वारा अर्नगल बातें कही गयी थी औऱ उनकी छवि धूमिल करने का काम किया गया था। अब सीताराम भट्ट फिर से पार्टी के ही खिलाफ षड्यंत्र रचने लगे हैं ऐसे में इन गोपनीय लोगो को ही पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण भाजपा के अन्य कार्यकर्ता इन्हें निष्कासित करने की माँग कर रहे हैं। दरअसल त्रिवेन्द्र रावत सरकार में अपनी चौकड़ी जमाने वाले इन्ही लोगो की वजह से ही त्रिवेन्द्र रावत जनता से दूर होते चले गए और अंत मे कुर्सी ही चली गयी ।राजनीतिक विशेषज्ञ बताते हैं कि त्रिवेन्द्र रावत के मन मे 2012 विधानसभा चुनाव में रायपुर क्षेत्र से काऊ से पटखनी खाने की टीस आजतक बनी हुई है। यही कारण है कि त्रिवेन्द्र रावत के मुख्यमंत्री रहते हुए रायपुर विधानसभा क्षेत्र में विकासकार्यो पर एक बेरियर लगा रहा यहाँ की योजनाओं पर त्रिवेन्द्र रावत कुंडी मारकर बैठे रहे। एक ही पार्टी मे रहते हुए हैं आपस की ये गुटबाज़ी पार्टी के लिए आने वाले इलेक्शन में भारी पड़ सकती हैं ।भारतीय जनता पार्टी अपने अनुशासन के लिए जानी जाती हैं और पार्टी में इस तरह के अनुशासनहीन कार्यकर्ताओं पर पार्टी क्या कार्यवाही करगी ये देखने वाली बात होगीवहीं उमेश शर्मा काऊ का कहना है कि वो भाजपा के समर्पित सिपाही हैं उनका फोकस सिर्फ विकासकार्यो पर रहा है और उनका मानना हैं की जन- जन की सेवा करना ही उनका परम धर्म हैं और वो उसे बखूबी निभा रहे हैं और आगे भी इसी तरह ही जनता की सेवा करेंगे ।आपको बता दें कि लगातार जनता के कार्यो में जुटे रहने के कारण ही वो जनता के लोकप्रिय चेहरे रहे हैं।