बिग ब्रेकिंग -इस मामले में धामी सरकार ने दे दी सीबीआई जाँच की मंजूरी.

by | Oct 10, 2022 | उत्तराखण्ड, देहरादून | 0 comments

उत्तराखंड. एक बड़ी खबर आपको बता दें कि देहरादून राजधानी के चर्चित बिल्डर सुधीर विंडलास के खिलाफ दर्ज मुकदमे में जांच के लिए राज्य सचिवालय के गृह विभाग ने सीबीआई जांच की मंजूरी दे दी है इससे बिल्डर व मुकदमे की जांच से जुड़े लोगो की मुश्किलें बढ़ सकती है.

आपको बता दें कि अधिवक्ता योगेश सेठी ने बताया है की राजपुर थाने में दर्ज सुधीर विंडलास के खिलाफ मुकदमे में पुलिस अग्रिम जमानत का पहले विरोध कर रही थी जबकि बाद में निचली अदालत से वांरट मेरी कॉल करा लिए गए थे इसके खिलाफ पीड़ित पक्ष की ओर से हाई कोर्ट में पत्र देकर मामले की जांच सीबीआई से कराने का अनुरोध किया गया था दून पुलिस की भूमिका पर हमने कोर्ट में सवाल उठाए थे।

20 बीघा जमीन पर फर्जीवाड़े का आरोप: संजय सिंह निवासी वसंत विहार ने एसएसपी को शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी माता ओमवती और उनके नाम पर जोहड़ी गांव में करीब 20 बीघा जमीन है. साल 2010 में सुधीर विंडलास ने संजय से कहा था कि वो जमीन उसे बेच दो नहीं तो वह कब्जा कर लेगा. लेकिन संजय ने मना कर दिया. इसके बाद संजय सिंह को पता चला कि इस जमीन को फर्जीवाड़ा कर बेच दिया गया है.

नई खतौनी में किसी रवि दयाल के नाम जमीन कर दी गई है. संजय सिंह ने इस पूरे मामले की शिकायत एसआईटी से की थी. एसआईटी जांच में पता चला कि रवि दयाल विंडलास कंपनी में परचेज मैनेजर है. जबकि दस्तावेजों में रवि दयाल को संजय सिंह दर्शाया गया है और वह सुधीर विडलांस के ड्राइवर का भाई है. फर्जी दस्तावेजों पर जिस अजय नाम के हस्ताक्षर थे, उसकी भी कुछ दिन पहले मौत हो चुकी है.

इसी तरह दस्तावेजों में जिसे ओमवती दर्शाया गया है, वह सुधीर विंडलास के ड्राइवर की माता है. तत्कालीन एसआईटी प्रभारी डीआईजी गढ़वाल ने मुकदमे की संस्तुति भी कर दी थी. लेकिन सुधीर विंडलास के प्रभाव के चलते मुकदमा दर्ज नहीं किया गया. ऐसे में संजय सिंह ने एसएसपी को शिकायत दर्ज कराई थी.