एक बड़ी खबर आपको बता दे कि वर्तमान मे श्रीनगर झील के बीच पिलरों पर खड़ा धारी देवी का मंदिर देखने में काफी भव्य और खूबसूरत लगता है, लेकिन इन पिलरों को लेकर मंदिर समिति को चिंता सता रही है. चिंता इस बात की है कि अभी तक मंदिर समिति को धारी देवी मंदिर के भार वहन क्षमता की जानकारी ही नहीं है. जिसके कारण धारी देवी मंदिर समिति चिंतित है. चंद दिनों बाद चारधाम यात्रा भी शुरू होने जा रहा है. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ जाने वाले सभी श्रद्धालु पहले धारी देवी मंदिर में मत्था टेकते हैं. ऐसे में इस बार धारी देवी मंदिर में बंपर श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. जिसके कारण धारी देवी मंदिर समिति के सदस्यों के माथे पर चिंता की लकीरें पड़ गई है.
मिडिया से बातचीत के दौरान धारी देवी मंदिर के मुख्य पुजारी लक्ष्मी प्रसाद पांडे ने मंदिर प्रबंधन के डर को साथ साझा किया. उन्होंने बताया कि धारी देवी मंदिर में नवरात्रि के समय हर दिन 10 से 20 हजार श्रद्धालु मंदिर परिसर में पहुंच थे. जो बाकी दिनों के मुकाबले काफी ज्यादा था, लेकिन उन्हें और मंदिर प्रशासन को अभी तक ये नहीं पता कि मंदिर की भार सहने की क्षमता कितनी है? जिससे उनकी चिंता बैठ गई है. अब वो इस संबंध में आपदा प्रबंधन विभाग को पत्र लिखकर समस्या का निदान करने की अपील है वहीं श्रीनगर एसडीएम का कहना है कि जल्द ही इस संबंध मे वस्तु स्थिति स्पष्ट की जाएगी.